Tags

अगर आपको कंप्यूटर इंजीनियर बनाना है तो आपको बीटेक/बीई कंप्यूटर साइंस आदि कोर्स करना होगा जिसके लिए कई राज्य तकनीकी यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय की तकनीकी यूनिवर्सिटी हैं । जिसके लिए आपको निम्न परीक्षा पास करनी होती हैं । जैसे आल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन (All India Engineering Entrance Examination – AIEEE ), MHCET का एक्साम्स महाराष्ट्र प्रदेश में , RPET का एक्साम्स राजस्थान प्रदेश में , MPPET का एक्साम्स मध्य प्रदेश में , UPTU का एक्साम्स उत्तर प्रदेश में, KCET का एक्साम्स कर्नाटक प्रदेश में, TNPCEE का एक्साम्स तमिल नाडु में , WBJEE का एक्साम्स वेस्ट बंगाल में, ‎IIT- JEE का एक्साम्स राष्ट्रीय इस्तर का होता है पर ‎IIT कॉलेजेस सीमित हैं जिन में एडमिशन पाने के लिए आपको अत्यधिक कठिन प्रतियोगिता का सामना करना पड़ सकता है ।

इंजीनिय करने के लिए 4 साल का समय लगता है अगर आप १२ पास होकर दाखिला लेते हैं, अगर आप कंप्यूटर साइंस से बीएससी की है तो ३ साल का समय लगता है या फिर ग्रेजुएशन के बाद 3 साल की एमसीए भी की जा सकता है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की अवधि 3 साल है। एमई/एमटेक कोर्स 2 साल का है।

इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के लिए 50 फीसदी अंक एवं 10वीं परीक्षा में पास होना जरूरी है जबकि बैचलर डिग्री कोर्स, बीई/बीटेक के लिए साइंस में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और गणित में 50 फीसदी अंक के साथ 12वीं पास होना जरूरी है।

अगर आप इन कॉलेजेस में एडमिशन नहीं पा सके तो भी आपके कंप्यूटर इंजीनियर बनने का सपना खत्म नहीं होता क्योंकि कंप्यूटर खुद में एक संस्था है। ये मज़ाक नहीं है । ये आपके ज्ञान को ज्यादा महत्व देता है न की आपके अच्छे संस्था के प्रमाण पत्र उपाधि का, अगर आपको कंप्यूटर में दिलचस्पी है और आपको लगता है की आप भी कंप्यूटर इंजीनियर बन सकते है तो ध्यान रखिये की कंप्यूटर इंजीनियर बनने के लिए ये स्किल्स होना अनिवार्य है| अगर आप इस क्षेत्र में प्रवेश करने की ठान चुके हैं तो आपके अंदर इसके सीखने की चाहत हमेशा बनी रहनी चाहिए । तार्किक दिमाग, एकाग्रता और रचनात्मक क्षमता होना बेहद जरूरी है। आपकी मैथ्स में पकड़ अच्छी होनी चाहिए । नई तकनीक खबरों की जानकारी रखना एवं अन्य चीजों के प्रति जागरूक होना चाहिये, नये प्रयेाग करने की लालसा और उनको पूरा करने क्षमता आपको एक अच्छा कंप्यूटर इंजीनियर बना सकती है ।

आप अगर चाहें तो कंप्यूटर का बेसिक लेवल कोर्स शुरू कर सकते हैं या फिर “O” लेवल कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। जिससे आप कंप्यूटर चलाना, डाटा एंट्री करना सीख जायेंगे, इसके बाद आप प्रोग्रामिंग की ट्रेनिंग ले सकते हैं , आप इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग “सी, सी प्लस प्लस, जावा, कोबोल ” को सीख कर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में भी जॉब हासिल करने योग्य हो जायेंगे। प्रोग्रामिंग में आपको प्रोग्राम लिखने की, टेस्टिंग करने की, इंप्लिमेंट करने की या यूजर की सहायता करने जॉब आसानी से पा सकते हैं और जैसे ही टेक्नोलॉजी में आप दक्ष हो जाते हैं तो आप कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में सुनहरा भविष्य बना सकते हैं।

अगर आप डोएक के ए लेवल तथा बी लेवल कोर्स करते हैं तो ये ग्रेजुएशन डिग्री के बराबर ही हैं। आप इन कोर्सों में ऑपरेटिंग सिस्टम्स जैसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, इंटरनेट एक्सप्लोरर, फोटोशॉप आदि एप्लीकेशन्स के डेवलपमेंट के बारे में सीखते हैं। अगर आप इनको अच्छी तरह से सीख गए तो आप नई तथा विकसित टेक्नोलॉजी में काम कर सकते हैं। आप अपने के रुचि तथा योग्यता के अनुसार कई अन्य प्रोग्राम्स, लैंग्वेजिज तथा टेक्नोलॉजी सीख सकते हैं तथा करियर संभावनाओं के अनुसार आप सिस्टम एनालिस्ट, सिस्टम प्रोग्रामर, एनालिस्ट प्रोग्रामर, डाटाबेस मैनेजमेंट, नेटवर्किंग, कोडर आदि क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।

अगर आप पूरी मेहनत लगन के साथ इस क्षेत्र में समझदारी से डटे रहते हैं तो आप अपना भविष्य बहुत हे बेहतर बना सकते हैं ।

~ बालेन्द्र सिंह